दोस्तों मै आज आपको बताऊंगा पोल्ट्री मेडिसिन लिस्ट (चार्ट) और मुर्गियों में होने वाली बीमारियां और मुर्गियों की दवाई Poultry Medicine और देसी मुर्गी का ईलाज कैसे करे इस बारे में और जो सभी मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल सके, और महगी नहीं हो, साथ ही मै उन वैक्सीनो के बारे में भी जानकरी दूंगा जो मुर्गो या मुर्गियों को देना चाहिए मैं इस ब्लॉग में सभी दवाईयो की पिक्चर भी डाल रहा हु। जिससे आसानी से आप दवा को पहचान सके, अगर पोल्ट्री फार्मों में रोग का फैलाव हो जाता है, तो इससे आपको भारी नुकसान भी हो सकती है।
Poultry Medicine List(चार्ट) -पोल्ट्री मेडिसिन लिस्ट-मुर्गियों में होने वाली बीमारियां और मुर्गियों की दवाई-देसी मुर्गी का ईलाज कैसे करे-
- मैंने आपको यहां (Poultry Medicine)पौल्टी मेडिसिन सचेडूले चार्ट दिया है,आप इन बीमारी के बारे में और दवा देने का तरीका जानोगे |
1.Disinfectants Poultry Medicine
2.Antibiotics Poultry Medicine
3.Multivitimin Poultry Medicine
4.Calcium And Growth Promoter Poultry Medicine
5. Diarrhea Poultry Medicine
6.Liver Tonic Poultry Medicine
7. पेट में कीड़ो की दवा
8.किडनी साफ़ करने लिए
9.मुर्गियों में सर्दी खासी जुखाम
10-CRD-(Chronic Respiratory Disease) Poultry Medicine
11.अन्य बीमारिया तथा चोट लगने पर दी जाने वाली दवा
देसी मुर्गी का ईलाज कैसे करे
1.Disinfectants Medicine –
कीटाणुनाशक दवाएं जो पीने के पानी को को साफ करती है और छिड़काव में काम आती है।यह दवाइयां पानी को साफ़ करने के काम में आती है,इन्हे water sanitizer भी बोलते है।जो इस प्रकार है,आप इनमे से किसी भी एक दवा का उपयोग कर सकते है।
- KOHRSOLIN®-TH
- B-904 TM
- Quat rena4 TM
- Formalin
दवा देने का तरीका-
यह दवाइयां 1 लीटर पानी में 1 ml देना होता है पीने के पानी में, तथा छिड़काओ के लिए आप मात्रा बोतल में देख सकते है यह फार्म के ऊपर भी निर्भर करता है की कितने बच्चो का फार्म है।इनका इस्तेमाल फ़ार्म में सफाई के काम में आता है। इनका स्प्रे किया जा सकता है, और अच्छे परिणाम के लिए फॉर्म के पर्दे को पूरी तरह से बंद करके फॉर्म को खाली करने के बाद कीटनाशक वायरस मरने के लिए 100 ग्राम दवा मिट्टी के घड़े में डाल के पेपर में आग लगाकर घड़े के अंदर छोड़ दो एकदम से आग जलती है, बहुत सारा धुआं निकलता है धुआ फैलता है ध्यान रहे आपको इसके धुए से बचाव करना है इससे खतरनाक धुआं निकलता है जो नाक और मुंह में नहीं जाना चाहिए।और इस तरह से आप Poultry में Disinfectants Medicine का प्रयोग कर सकते है।
2.Antibiotics Medicine-
पोल्ट्री में एंटीबायोटिक मेडिसिन का बहुत उपयोग होता है। यह चूजे को पहले दिन से शुरुआत के 4 दिन लगातार देना चाहिए। तथा हफ्ते में 3 दिन देना चाहिए जिससे मुर्गा, मुर्गी कम बीमार होते हैं,देखा जाए तो एंटीबायोटिक मेडिसिन बहुत शक्तिशाली दवाएं हैं,मुर्गा मुर्गी के शरीर में बैक्टीरिया या फंगल इन्फेक्शन से लड़ती हैं। ये बैक्टीरिया श्वेत रक्त कोशिकाओं पर हमला करते हैं ,यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है मुख्यता ऐंटीबायोटिक जो इस प्रकार हैं।
- Lixen
- Tetracycline
- Neodox-Forte
- Restrict -L
दवा देने का तरीका –
3.Multivitimin Medicine-
मुर्गों को मल्टीविटामिन देने से उनके पंखों में चमक बढ़ती है, और वह स्वस्थ रहतीं है इसके साथ मुर्गा मुर्गी आगे चलकर अच्छा उत्पादन करती है और विटामिन कम हो जाने से मुर्गा मुर्गी में रोग बढ़ता है,और वो किसी ना किसी बिमारी से परेशान होने लगती है। मुख्यता Multivitamin जो इस प्रकार हैं।
- VIMERAL
- Multi star
- Vitaron
- ALBIOVIT
दवा देने का तरीका –
यह दवा भी चूजे को पहले दिन से शुरुआत के 4 दिन लगातार देना चाहिए। तथा हफ्ते में 3 दिन देना चाहिए। Multivitamin पानी में घोलकर देनी चाहिए तथा इसकी मात्रा पैकेट देखकर देनी चाहिए, चूजों की उम्र तथा बड़े मुर्गों मुर्गीयो के वजन के हिसाब से देनी होती है।
यह दवा 1 लीटर पानी में 5 ML देना चाहिए तथा 1 लीटर पानी में 10 ML वयस्कों को देना चाहिए।
4.Calcium And Growth Promoter Medicine –
- GROVIPLEX
- OSTO VET
- CINKARA
- G-PRO-min-Liquid
- Calgophos
दवा देने का तरीका –
यह दवा पानी में घोलकर दी जाती है तथा देने का तरीका सभी बोतलों पर उपलब्ध रहता है जिसे देखकर हम चुजो की संख्या तथा वयस्क मुर्गी मैं वजन के हिसाब से दे सकते है। चुजो को यह दवा 5 ml प्रति लीटर तथा वयस्क मुर्गों को 10 ml प्रति लीटर के हिसाब से देनी चाहिए। कैल्शियम और ग्रोथ प्रमोटर हमें महीने में या 15 दिन के अंतराल में देते रहना चाहिए जिससे मुर्गा मुर्गी में कैल्शियम की कमी ना हो सके अंडे देने वाली मुर्गी यों को हमें हफ्ते में एक बार या 3 दिन कैल्शियम देना ही चाहिए।
5. Diarrhea Medicine –
- Vet Cox
- Vitamin K3
- Super Cox
- सल्फा ड्रग्स जैसे
- सल्फागुआडीन
- सल्फामेथाजीन
- थालाजोल
दवा देने का तरीका –
6.Liver Tonic Medicine–
मुर्गा मुर्गी के शरीर में यकृत (लिवर) एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। यह सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और इसमें पित्त और प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट पाचन सहित कई कार्य हैं। लिवर ऊतक से लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं का होता है।मुर्गा मुर्गी के पाचन में इसकी भूमिका के कारण लिवर का आकार भिन्न होता है।
एक स्वस्थ लिवर के महत्वपूर्ण कार्य होते है: ग्लूकोज उत्पादन / संश्लेषण, अमोनिया का विषहरण और एंटीबॉडी का उत्पादन। मुर्गा मुर्गी का रुमेन रोगाणु वाष्पशील फैटी एसिड, लैक्टेट और प्रोप्रोनेट में फ़ीड राशन द्वारा आपूर्ति किए गए स्टार्च का पाचन करते हैं, जो लिवर के माध्यम से ग्लूकोज (शरीर को चलाने के लिए ईंधन) में परिवर्तित हो जाते हैं।
अगर मुर्गा मुर्गी का Liver ठीक से काम नही करता है तो मुर्गा मुर्गी खाती तो बहोत है, मगर वो वजन- दार नही हो सकती।मुख्यता लिवर के लिए जो दवा इस्तेमाल होती है वो इस प्रकार हैं।
- BROTONE vet
- Liv 52
- Liv-100
दवा देने का तरीका –
7. पेट में कीड़ो की दवा
मुर्गी के पेट में कीड़ो गंदे स्थानों में रहने के कारण हो जाते है पेट में कीड़े अण्डों से संक्रमित पानी अथवा आहार के माध्यम से पक्षियों के पेट में पहुँच जाते हैं, यहां पर नये कृमि बनते हैं।ये कीड़े मुर्गी के पेट में उपलब्ध आहार का उपयोग कर अपनी संख्या बढ़ा लेते हैं और मुर्गियों को कमजोर कर देते हैं। पेट के अंदर ही नये कीड़े बड़े होकर अण्डे देते है, जो कि पक्षियों के मल के द्वारा बाहर आकर जमीन एवं जल को पुनः संक्रमित करते हैं। यह क्रम चलता रहता है, जब तक कि पक्षियों को पेट में कीड़ो की दवा न दी जाये।
- ALBOMAR
- KRIMIKUTHAR RASA
दवा देने का तरीका –
8.किडनी साफ़ करने लिए –
चिकित्सक की माने तो पक्षियों में तीन जोड़ी किडनी होती है। इस बीमारी से पक्षियों का यूरिक एसिड नहीं निकल पाता है।
जिससे लीवर और किडनी खराब होने के बाद जोड़ों में दर्द होता है। और इस कारण मुर्गियां मर जाती हैं।
यह बीमारी खराब पानी व पानी ना मिल पाने के कारण होती है , भोजन में चूने व नमक की अधिकता व प्रोटीन की खराबी से भी यह बीमारी होने लगती है।
आइये जानते है की हमे किडनी कि परेशानी में कौन सी दवा देनी चाहिए ।
- NepHStrong
दवा देने का तरीका –
9.मुर्गियों में सर्दी खासी जुखाम –
मुर्गियों में सर्दी खासी जुखाम –
मुर्गो को सर्दी लग जाने पर उनकी नाक मुँह से पानी आने लगता है। वह सुस्त दिखने लगती है और सूजन भी हो जाती है ये मौसम के बदलने पर ज्यादा होता है ।ऐसा होने पर हमे क्या करना चाहिए।
आइये जानते है की हमे मुर्गियों में सर्दी खासी जुखाम कि परेशानी में कौन सी दवा देनी चाहिए ।
- Cough Cure Syrup
- BIOTOX PLUS
10-CRD-(Chronic Respiratory Disease) Medicine-
11.अन्य बीमारिया तथा चोट लगने पर दी जाने वाली दवा –
- PHARMASIN 100
- SHARKOFEROL VET
- LOREXANE
- VI SYNERAL DROP
- BETNESOL DROP
PHARMASIN 100-
इस दवा का ईस्तेमाल जीवाणु संक्रमण और अन्य स्थितियों के लिए होता है तथा यह एक एंटीबॉयोटिक का काम करती है।
SHARKOFEROL VET-
यह दवा न्यूरोट्रांसमीटर और हार्मोन की रिलीज और भंडारण को विनियमित करके काम करता है।
Conclusion-