Kadaknath Murga – कड़कनाथ मुर्गा कितने दिन में तैयार होता है?

Kadaknath Murga का मांस और अंडा बेहतर हैइसमें उच्च प्रोटीन और कम वसा होने के कारण, यह मधुमेह और हृदय रोगी के लिए भी बहुत फायदेमंद है। वर्तमान में, राज्य में कड़कनाथ के 5 लाख चूजों का उत्पादन किया जा रहा है।

इसकी कीमत मौसम के हिसाब से बदलती रहती है। एक किलोग्राम कड़कनाथ 500 से 750 रुपये प्रति किलो तक बिकता है।यह प्रोटीन युक्त है और इसमें थोड़ा वसा होता है। कहा जाता है कि यह दिल और मधुमेह के रोगियों के लिए सबसे अच्छी दवा है।

इसके अलावा यह मुर्गा सेक्स वर्धक भी माना जाता है।कम कोलेस्ट्रॉल के स्तर और उच्च अमीनो एसिड के कारण, यह बहुत मांग में है।

Kadaknath Murga

 

Kadaknath Murga

कड़कनाथ मुर्गा कितने दिन में तैयार होता है?

कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कैसे शुरू करें?

कड़कनाथ मुर्गी पालन कैसे करें 

कड़कनाथ मुर्गी पालन की पूरी जानकारी

कड़कनाथ चूजा को पहले दिन से लेकर बिकने तक की जानकारी और उपचार

सबसे कम बीमार होने वाली प्रजाति है। जब पहले दिन का चूंजा हो तो उसे 5 दिन तक लगातार सुबह के पानी में lexen Power देना चाहिए जो की एक “Antibiotic” है और रात्रि के पानी में “Vimeral” देना चाहिए ये “multivitamin” का सोर्स है।

और फिर 15 दिन के बाद उन्हे वैक्सीन देनी चाहिए जैसे गम्बोरो उसके 21 दिनों के बाद रानीखेत वैक्सीन देना चाहिए। बराबर सादा पानी देना चाहिए अगर ग्रोथ नहीं हो रही हो या रूक जा रही है तो उन्हें हफ्ते में 3 दिन “Ostovet” देना चाहिए रात के पानी में और दिन में सादा पानी 60 दिन का होने पर उन्हें बाहर खोलकर ही पालन करना चाहिए

जिससे वो कम लागत में अधिक मुनाफा दे सके,150 दिन में लगभग सभी मुर्गी अंडे देने योग्य हो जायेगी और मुर्गा बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जायेगा।धोनी भी पाल रहे हैं कड़कनाथ मुर्गा

Kadaknath Murga

 

भोजन के बारे में :-

कड़कनाथ के बच्चों को “Prestater” देना चाहिए 10 दिनों तक इसके बाद जो भी राशन आपके घर के पास आसानी से उपलब्ध हो 4 अलग -अलग जैसें मक्का, बाजार,चावल की कनकी खली आदि को आपस में मिलाकर दलीया की तरह पीसकर देना चाहिए या बाजार से फीनीसर फ़ीट लाकर भी दे सकते हैं।

ये करने के अलावा आप उन्हें घास, बरसीग,चरी आदि को महिन काटकर भी दे सकते हैं। इस तरह आप बहुत ही कम लागत में अपने कड़कनाथ मुर्गा को पाल सकते हैं।और अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
मुर्गी पालन के लिए नस्ल हम कोई भी ले सकते हैं मैं कड़कनाथ मुर्गी पालन को वरीयता देता हूं क्योंकि कड़कनाथ मुर्गी पालन में बढ़ने की क्षमता अन्य मुर्गों की ही भांति होती है तथा कड़कनाथ मुर्गा अन्य मुर्गों की अपेक्षा बहुत ही सुंदर आकर्षक और कीमती होता है।

बता दें कि यह मुर्गा बाजार की सबसे महंगी मुर्गों में गिना जाता है इसकी कीमत ₹1000 मुर्गे की तथा ₹800 मुर्गी की रहती है, जोकि सभी फार्म पर आसानी से उपलब्ध है उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो यहां पर फार्म कम होने के कारण इतनी उपज नहीं है इसकी प्राया उपज मध्य प्रदेश के झाबुआ में और अब कुछ किसानों ने मुंबई के महाराष्ट्र में बड़े स्तर से प्रारंभ की है

जिसमें की कुछ लोग बड़ी हस्तियों का नाम लिया जाए तो महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेटर और अन्य सेलिब्रिटी भी अपना साइड व्यापार के रूप से कड़कनाथ को कर रहे हैं इसकी बिक्री की बात की जाए तो कड़कनाथ मुर्गा अपने आप में आसानी से बिकने वाला मुर्गा है और यह देसी मुर्गे की प्रजाति में आता है जैसा कि हमने आपको बताया

यह मुर्गा बहुत ही कम समय 5 महीने में तैयार हो जाता है पूरी तरह यह अंडा देने में सक्षम रहता है एक मुर्गी अपने जीवन काल में 120 से 150 अंडे तक देती है इसका जीवनकाल 2 Se 3 साल के लिए सुनिश्चित किया गया है।
कड़कनाथ मुर्गी,
यह मुर्गा पूरी तरह से काला होता है। इसका मीट भी काला होता है।और ख़ून भी काला होता है। लेकिन इसके अन्डे देशी मुर्गी के अन्डे समान ही होते हो जो की भुरे रंग में होते हैं।
रख रखाओ
कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए क्या जरूरी है हमारे पास एक ऐसे स्थानों जोकि सांप बिच्छू छोटे-छोटे बिल्ली कुत्ता या अन्य जंगली जानवर जाने की कोई जगह ना हो इसके अलावा हमें देखना होगा की वहां पर किसी भी प्रकार का जलभराव ना हो और छोटे चीजों को रखने के लिए पार्टीशन की अलग जगह हो

जिसमें आगे चलकर हमको देसी मुर्गियों के द्वारा निकाले गए चीजों को तैयार करने के लिए जगह पर्याप्त मात्रा में हो आपने देखा होगा देसी मुर्गियां अपने साथ 50 50 बच्चों तक का पालन कर लेती हैं
भोजन के बारे में
कड़कनाथ का मुर्गा अन्य मुर्गों की अपेक्षा कम बीमार होने वाला पक्षी है यह खाने में हरी घास जैसे बरसीग ,चरी से भी तैयार हो जाता है अन्य मुर्गों की अपेक्षा सबसे कम भोजन खाने वाला प्राणी है एक दिन में दो से तीन रूपये का राशन खाता है।जब दाना बाजार खरीद कर खिलाया जा रहा है।
समानता एक बोरी का मूल्य 1500 रुपए से लेकर ₹2500 के बीच में प्रति 50 किलो की भर्ती मिलता है।
लेकिन किसान कड़क नाथ मुर्गी का पालन बाहर चराकर भी पूरा कर लेते हैं जो कि निशुल्क होता है।

बेचने के तरीके
1- नजदीकी मीट की और अंडों की दुकानों पर जाकर पूछना और उन्हें अपने कड़कनाथ मुर्गा के बारे में बता कर माल बेचना।
2-फेसबुक पर अपना पेज बनाकर कड़कनाथ मुर्गा ऐड चला कर बेचना।
3-अपने आस पास के बस्ती में जानकारी करना आपने कड़कनाथ मुर्गा की ।
कमाई के बारे में
100 मुर्गी से किसानों ने बहुत अच्छा मुनाफा उठाया है जो कि 80 अन्डे रोज के 20 रूपये का प्रति अंडा मूल्य रहा तो किसान को 1600 प्रतिदिन के हिसाब से इनकम भी उठाया है।

 

  • नंबर तथा गुण

प्रोटीन सामग्री 25% 18 – 20%

वसा सामग्री 0.73 – 1.03% 13 – 25%
लिनोलिक एसिड 24% 21%
Cholestrol 184.75MG / 100G 218.12MG / 100G
Kadaknath Murga

कड़कनाथ मुर्गी के तथा अंडे के गुण:-

अंडे एक आदर्श पोषक भोजन होते हैं, विशेष रूप से बूढ़े लोगों और उच्च रक्तचाप के शिकार लोगों के लिए, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। कड़कनाथ के अंडे दिन-प्रतिदिन बढ़ते बच्चों की प्रोटीन की पूर्ति में मदद करते हैं।
Kadaknath Murga भारत का एकमात्र काला मांस चिकन (बीएमसी) ब्रीड है।

यह मध्यप्रदेश की एक देशी ब्रीड है, जिसे जाभुवा जिले की जनजातियों द्वारा पाला गया है।पक्षी मुख्य रूप से पर्यावरण, रोग प्रतिरोध, स्वादिष्ट काले मांस, बनावट और स्वाद के लिए अनुकूलता के कारण आदिवासियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इसका मांस, हड्डियां और नसें काली दिखाई देती हैं; यह न केवल विशिष्ट स्वाद की नाजुकता के लिए, बल्कि अच्छे औषधीय महत्व के लिए भी माना जाता है।कड़कनाथ मुर्गे को जीआई टैग (GI Tag) भी मिला हुआ है.

इस टैग का मतलब है कि कड़कनाथ मुर्गे जैसा कोई दूसरा मुर्गा नहीं है।सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से पक्षी को विलुप्त होने की स्थिति में लाया गया है। कड़कनाथ मुर्गे के मांस में 25% से अधिक उच्च प्रोटीन (सभी चिकन ब्रेड का उच्चतम) कम fat 73-1.05% केवल (सभी चिकन ब्रेड में से सबसे कम) विटामिन बी 1, बी 2, बी 6, बी 12, सी और ई, नियासिन, प्रोटीन, वसा, कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा, निकोटिनिक एसिड आदि आवश्यक अमीनो एसिड के उच्च स्तर और साथ ही वो हार्मोन

जो मानव शरीर के लिए आवश्यक हैं। Kadaknath Murga के शरीर में जमा वसा की मात्रा अपने आप में बहुत नगण्य है। तंत्रिका विकार के इलाज के लिए सिद्ध और होम्योपैथी दवाओं में इसका बहुत महत्व है। अन्य चिकन के साथ कड़कनाथ चिकन की तुलना में कोई भी मीट नहीं है ।

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आइए भारत की स्वदेशी चिकन नस्ल (कड़कनाथ) को विलुप्त होने से बचाएं और इसके लाभ दुनिया के बाकी हिस्सों में फैलाएं।
कड़कनाथ के अंडे दिन-प्रतिदिन बढ़ते बच्चों की प्रोटीन की पूर्ति में मदद करते हैं। यह प्रोटीन युक्त है और इसमें थोड़ा वसा होता है। कहा जाता है कि कड़कनाथ दिल और मधुमेह के रोगियों के लिए सबसे अच्छी दवा है। इसके अलावा कड़कनाथ को सेक्स वर्धक भी माना जाता है।कम कोलेस्ट्रॉल के स्तर और उच्च अमीनो एसिड के कारण, यह बहुत मांग में है।
बाजारों में उपलब्ध मुर्गा-मुर्गी से भिन्न दिखने वाले ये मुर्गा-मुर्गी कड़कनाथ प्रजाति के हैं. दरअसल यह प्रजाति मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में पायी जाती है और इसे वहीं से मंगाया गया है

इस मुर्गी की खास बात यह है कि इसका रंग, खून, मांस व हड्डियां काले रंग के होते हैं. यह आसानी से पचता है और इसमें 0% कोलेस्ट्रॉल की मात्रा है. वहीँ दुसरी प्रजाति के मुर्गा-मुर्गी के मांस में फैट और वसा की ज्यादा उपलब्धता होती है लेकिन इसमें न तो फैट होता है और न ही वसा की ज्यादा उपलब्धता होती है बल्कि इसके मांस में आयरन और प्रोटिन अधिक मात्रा में पाये जाने के कारण डॉक्टर भी इसे काफी गुणकारी बताते हैं. पशु चिकित्सक की माने तो

इसके सेवन से चर्मरोग, असाध्य रोग, एनिमिया, पैरालाईसिस, हृदयरोग इत्यादी रोगों में लाभ मिलता है. कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गा-मुर्गी के अंडे से चूजे तैयार कर किसानों को नाबार्ड द्वारा उपलब्ध कराया गया है. कड़कनाथ मुर्गी प्रति वर्ष 100 से 120 अंडे देती है। और औषधीय गुण होने के कारण इसके मांस के लिए बाजार में अच्छी खासी कीमत मिलती है

और यहां हेचरी के माध्यम से चूजे भी तैयार करके किसानों को दिया जाता है जिससे मुर्गी पालको में भी इसको लेकर खुशी है. पालन के बढावा में सरकार अगर मदद करे तो इस प्रजाति का संरक्षण भी होगा और यह देश के कोने-कोन में आसानी से उपलब्ध भी हो सकेगा. सरकारी मदद से पालको को आर्थिक मदद और स्थानीयों में रोजगार की संभावना तो बढ़ेगी ही साथ-साथ कुपोषण जैसी गंभीर समस्या का भी खात्मा हो सकेगा।

Conclusion

दोस्तों अब आप जान चुके है की Kadaknath Murga को कैसे पाले कैसे उसकी देख-रेख कैसे करे ये पूरा नॉलेज मै अपने 5 साल के अनुभव से दे रहा हूँ एक बात मै बता दू की 5 महीने में आप चाहो तो लाख रुपए आप कमा सकते हो 100 मुर्गे रख कर भी बस आप को लगातार (देख-रेख) मेहनत करना होगा अपने फार्म में, तो मै ये उम्मीद करता हूँ की मेरे द्वारा दी गई जानकारी आप को पसंद आई होगी।

आपका धन्यवाद 🙏

FAQ

Ques:-कड़कनाथ क्या है?

Ans:-यह एक देसी मुर्गा है जो की काले रंग का होता है, खाने मे टेस्टी और फायदेमंद होता है,कड़कनाथ चिकन एक प्रोटीन की खान है।

Ques:-कड़कनाथ अंडा महंगा क्यों है?

Ans:-एक सफेद मुर्गी चुनिंदा स्तर पर है, जो एक वर्ष में 365 दिनों में से 330 अंडे हैं, जहां कड़कनाथ मुर्गी एक वर्ष में लगभग 90 -120 अंडे देती है, जो कि एक सफेद मुर्गी की तरह है। इसलिए यह स्पष्ट है कि कड़कनाथ मुर्गी की कीमत सफेद अंडे की तुलना में 3 गुना अधिक होनी चाहिए।

Ques:-कड़कनाथ मुर्गे को महंगा क्यों?

Ans:-एक ब्रायलर चिकन 40 -45 दिनों में 2.5 किलो शरीर का वजन बढ़ा देता है। यह लगभग दिन-प्रतिदिन गुब्बारे की तरह फुलाता है। इसका जीन इसलिए चुना गया है कि इसका एकमात्र काम खाने और मोटे होने का है। यहां तक ​​कि अगर आप 45 दिनों की उम्र में ब्रॉयलर चिकन को नहीं मारते हैं, तो यह मोटापे के कारण बहुत जल्द मर जाएगा (सघन पालन फार्म की स्थिति के तहत कड़कनाथ को देसी पक्षी कहा जाता है) इसमें बहुत सी शारीरिक गतिविधियां शामिल हैं और इसका वजन बहुत धीमा और स्थिर है । एक कड़कनाथ मुर्गा 120 -130 दिनों में 1.5KGS के शरीर के वजन को प्राप्त करता है। ब्रॉयलर चिकन के शरीर के आधे वजन को प्राप्त करने में लगभग तीन बार समय लगता है। इसलिए कड़कनाथ मुर्गे उत्पादन की लागत ब्रायलर चिकन की तुलना में लगभग चार गुना अधिक है। यही कारण है कि कई विशाल प्रजनकों ने कड़कनाथ की ओर रुख नहीं किया । इसलिए कड़कनाथ मुर्गी की कीमत 4 गुना अधिक होती है।

Ques:- कड़कनाथ मुर्गा की खासियत क्या है?

Ans:-1.विशिष्ट स्वाद होता है
           2. कम कोलेस्ट्रॉल और उच्च अमीनो एसिड है
           3.इसका रंग, खून, मांस व हड्डियां काले रंग के होते हैं. यह आसानी से पचता है और इसमें 0% कोलेस्ट्रॉल की मात्रा है

Ques:- कड़कनाथ मुर्गा के फायदे ?

Ans:-1.कड़कनाथ मुर्गा दिल और मधुमेह के रोगियों के लिए सबसे अच्छी दवा है।
          2.कड़कनाथ को सेक्स वर्धक भी माना जाता है।
          3.कड़कनाथ के अंडे दिन-प्रतिदिन बढ़ते बच्चों की प्रोटीन की पूर्ति में मदद करते हैं।

Ques:- कड़कनाथ मुर्गा का मांस ?

Ans:-इसका मांस काले रंग का होता है,यह बकरे के मांस से भी महगा होता है,और स्वाद में भी सभी मांस से अच्छा माना जाता है,इसका खून भी काला होता है तथा हड्ड़ी भी काली होती है इसी वजह से इसे कालामासी मुर्गा भी बोलते है।

Ques:-कड़कनाथ मुर्गा के चूजे कहा मिलेंगे ?

Ans:-इसका चूजा लेने के लिए आप झाबुआ “कृषि पशु पालन विभाग” में संपर्क कर सकते है या बाहर किसी किसान से भी संपर्क कर सकते है जो इसका पालन कर रहे है या किसी हैचरी में भी संपर्क कर सकते है जो की सभी जिलों में होते है।

Ques:-कड़कनाथ  मुर्गी के अंडे का रंग ?

Ans:-इसके अंडे का रंग हल्का भूरा जैसे देसी मुर्गी के अंडे होते है बस ये साइज में उनसे छोटे होते है।

Ques:-कड़कनाथ मुर्गी पालन कांटेक्ट नंबर ?

Ans:-मै ऐसे तो किसी का नंबर नहीं दे सकता,लेकिन आप indiamart पर जा कर इसे खरीद सकते है या वहां से नंबर ले सकते है।

Ques:-कड़कनाथ मुर्गा कितने दिन में तैयार होता है ?

Ans:-कड़कनाथ मुर्गा 4 से 5 महीनें में तैयार होता है लेकिन मुर्गी की बात की जाए तो यह 6 महीने में अंडे देने योग्य होती है।

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